जांच आयोग ने कार्यवाही करने को कहा, कोविड काल का घोटाला
RNE Network
कर्नाटक में कोविड – 19 महामारी के दौरान उपकरणों ( पीपीई किट ) और दवाओं की खरीद में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए गठित माइकल डीकुन्हा आयोग ने तत्कालीन मुख्यमंत्री बी एस येड्डियूरप्पा और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु के खिलाफ मुकदमा चलाने की सिफारिश की है।
यह सिफारिश चीनी कम्पनियो से तीन लाख पीपीई किट खरीद में अनियमितताओं के कारण की गई। स्वास्थ्य मंत्री व कैबिनेट उप समिति के सदस्य दिनेश गुंडूराव ने कहा कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाई की जाये।
आयोग की रिपोर्ट के अनुसार येड्डियूरप्पा सरकार ने चीनी आपूर्तिकर्ताओं डीएचबी ग्लोबल और बिग फार्मास्युटिकल्स से स्थानीय कम्पनियो द्वारा दी जाने वाली कीमतों से कहीं अधिक कीमत पर पीपीई किट खरीदा। तर्क यह दिया गया कि स्थानीय आपूर्तिकर्ता मांग को पूरा नहीं कर सकते।
कीमत में बड़ा अंतर था:
रेकॉर्ड बताते हैं कि प्लास्टी सर्ज इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड जेसी कम्पनियो ने पीपीई किट बहुत कम दरों पर बेची। इनकी किट शुरू में 330.40 रुपये की थी जो बाद में बढ़कर 725 रुपये की हो गई। हालांकि चीनी कम्पनी डीएचबी ग्लोबल को सरकार ने प्रति किट लगभग 2117. 53 रुपये का भुगतान किया।